वोडाफ़ोन एक नेटवर्क कम्पनी जो लोगो को सस्ते दामो पर सेवाए प्रदान करने का विज्ञापन करती है और हच कम्पनी को खरीद कर भारत आयी है आज लोगो की जेबों पर भरी पड़ रही है, कही यह एक साजिश तो नहीं कुछ हो पर इसका काम करने का अंदाज ईस्ट इंडिया कम्पनी की याद दिलाती है इस कम्पनी ने हमरे देश के गाँव गाँव तक पहुच बना लेने के बाद अब देश की गरीब औए अशिक्षित जनता की जेब पर डाका डालने का काम शुरु कर दिया ।
हमारे देश की बड़ी आबादी जो गाँवो में रहती है वो या तो अशिक्षित या यूँ कह ले की अल्प शिक्षित है खास तौर से तकनीकी संबंधी जानकारी रखने वालो की संख्या तो न के बराबर है वह जनता बेबाकी से इस संचार क्रांती युग में मोबाईल फ़ोन का प्रयोग करती है ऐसे में वोडाफ़ोन कम्पनी ग्राहक की मांग के बिना ही उनके फ़ोन पर विभिन्न तरह की सेवाए शुरू कर देते है और उसके एवज में मासिक किराया उनके बैलेंस से कट लेते है लोग दुखी तो बहुत होते है मेरा पैसा कट लिया गया पर वो इसके बारे में शिकायत कहा करे इसका ज्ञान उनको नहीं और वो संतोष कर के बैठ जाते है की चलो इतना ही कटा फिर कटेगा तब किसी से बात करेंगे और इस बहाने कंपनी को लाखो का फायदा चोरी से हो जाता है, यह क्रम लगातार महीने दर महीने चलता रहता है और लोग परेशां होकर भटकते रहते है , उनके पास एक उपाय है की वो नंबर बदल दे लेकिन समस्या यह है की उनके घर के लोग परदेश कमाने गए होते है और नया नंबर लेने में तमाम तरह की कानूनी औपचारिकताये पूरी करनी पड़ती है जो एक नाजायज खर्च भी है।
इस समस्या के बारे में मै सुनता तो बहुत दिन से था पर भरोसा तब हुआ जब दीपावली की छुट्टी पर मै घर गया मेरे गावों के वोडाफोन उपभोक्ताओ में से ८०% लोग इस समस्या से पीड़ित थे जिनमे से कईयों के लिए मैंने कस्टमर केयर पर फ़ोन करके उनकी सेवाए बंद करवाई और भी प्रबल भरोसा तब हुआ जब बिना मेरी अनुमति लिए यह सुबिधा मेरे फ़ोन पर चालू कर दी गयी, जब मैंने इस बीमारी के बारे में जनसंपर्क स्थापित किया तो लोग इस कंपनी को गालिया देकर कह रहे थे की यह कम्पनी चोर है और बिमारो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी मेरे घर के सभी लोगो ने अपना सिमकार्ड बदल दिया था कारण पूछा तोबस वही वोडाफ़ोन चोर है ।
समस्या इतनी ही होती तो भी काम चल सकता था पर आगे की कहानी कुछ यूँ है की जब मेरा पैसा कटा गया तो मैंने भी निर्धारित प्रक्रिया की तरह कस्टमर केयर में बात की वहा से पहला जबाब यह आया की की सर अगर आपका पैसा काट लिया गया है तो निश्चित ही आपने इस सेवा के लिए मांग की होगी अर्थात मै झूठा कई तरह से संतुस्ट करने के बाद मुझे कई अंको का एक शिकायत नंबर दिया गया और साथ ही यह बतया गया की आप निश्चिन्त रहे अगर आप का पैसा गलत कटा गया होगा तो ७२ घंटो के अन्दर आप को वापस कर दिया जायेगा । धीरे धीरे ७२ घंटे बीते पैसा वापस नहीं आया मैंने फिर बात की जवाब - सर अगर आपका पैसा वापस नहीं हुआ है तो इसका मतलब आपका पैसा सही कटा गया है और आपने इस सेवा की मांग अवश्य की होगी । इसके बाद सब ख़तम पैसा भी गया झूठे भी बने और अब कुछ नहीं करसकते है सिर्फ एक रास्ता की सिम बदल दू । अब से पहले मैंने अपने आपको इतना कमजोर कभी नहीं समझा था मै लाचर था मेरे पास सब कुछ है सबूत है गवाह है खुद को सही प्रमाणित करने के लिए पर मै कुछ नहीं कर सकता ज्यादा से ज्यादा अपनी भड़ास निकालने के लिए फिर से उस गरीब को गली दे सकता हू जो इस विदेशी चोर कंपनी की गुलामी कर रहा है लेकिन मै जनता हू वह तो मजबूर है ...
पर वह रे हमारी भारतीय निजी क्षेत्र की कंपनी एयरटेल एक फोन पर पैसा वापस बस इतना बताना पड़ा की बिना मेरी अनुमति के फला नंबर पर यह सुबिधा लगा दी गयी है जिसके एवज में पैसा काट कर मुझे दुविधा में दल दिया गया है मै छठा हू की इस सुबिधा को मेरे फोन से हटा दिया जाये और मेरा पैसा वापस कर दिया जाये -जबाब ओके सर कुछ देर में आपके फोन पर एक सन्देश आएगा और आपका पैसा वापस कर दिया जायेगा और ५ मिनट के अन्दर पैसा वापस ....
इन विदेशियों से निपटने की कोई कारगर योजना सरकार बना नहीं रही या बनाना नहीं चाहती यह तो मै नहीं जनता पर यह जरूर जनता हू की यह सब बड़े पैसे वाले लोग है और कुछ भी खरीद सकते है लोगो की जमीर को भी और तो किया था ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने दूसरी बात थ्री जी स्पेक्ट्रम यह भी बताता है की अब कोई भी बिक सकता है बस कीमत मुफीद हो .......
मै तो बस इतना ही कहूँगा की लोग वोडाफोन की चोरी से परेशान है । बाकी जाने सरकार और जनता........
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सटीक विश्लेषण है आपका...
जवाब देंहटाएंइस चोरी से तंग आकर पहले तो मैंने वोडाफोन इस्तेमाल करना छोड़ा और अब मोबाइल फोन प्रयोग को मैंने तिलांजलि दे दी है.