जिद पर मत अड़ो सरकार
चुपचाप न सही बातचीत को आधार बनाकर चले आओ अन्ना के दवार
जनता देख रही है , तुम्हरा डूब जायेगा संसार
छोड़ो ये जिद
जागो जागो जागो आओ मिलकर दूर करे भ्रस्टाचार
इस बार जो न जागे तो
जनता के हाथों खाओगे जूते चार
जिद पर मत अड़ो सरकार..............
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