ये लालू प्रसाद यादव ही थे जो संसद में सांसदों की सेलरी 16 हजार से सीधे ८० हजार करने के लिये दहाड़ रहे थे...और शेष सांसद भी अपने फायदे की बात देखकर थोड़ा बहुत शोर मचाकर शांत हो गये...और लालू प्रसाद 80 हजार सेलरी करवाकर ही दम लिये... उस समय लालू को नही याद आया कि देश मे दलित और पिछड़ा वर्ग भी है....उनमे से लाखो नही करोड़ों लोग 20 रुपये प्रतिदिन पर गुजारा कर रहे हैं.....भीमराव अंबेडकर ने जिस समानता की बात करते थे....उस समानता से लालू जैसों का कुछ लेना देना नही है.....ये तो वोट के सौदागर लोग हैं...जो समाज को गरीब-अमीर की बजाय दलित-पिछड़ा, हिंदू-मुसलमान में बांटकर सत्ता पर अपनी पकड़ बनाये रखना चाहते हैं...... जिस अंबेडकर जी का नाम लेकर लालू आरक्षण फिल्म का विरोध कर रहे हैं... उस भीमराव अंबेडकर साहब ने कब कहा था कि आरक्षण कभी खत्म नहीं होगा....अगर उन्होंने कुछ कानून बनाया है तो वह समय के साथ परिवर्तित हो सकता है...समीक्षा होनी चाहिए....क्योंकि बाबा साहब भी इंसान ही थे.....लालू-माया जैसे लोगों ने उनका नाम लेकर करोड़ों रूपया बनाया है....प्रकाश झा जैसे लोग तो बधाई के पात्र हैं....जो आज के समय में कुछ साहस का परिचय दिया....आज लालू जी को आरक्षण फिल्म के सदस्य और बालीवुड के सिरमौर अमिताभ साहब सबसे बुरे एक्टर नजर आ रहे हैं.....कारण क्या है ये तो वे ही जाने....लेकिन हाल ही में खबर आई थी कि अमिताभ जी बिहार में जाकर नितीश कुमार कि तारीफ कर आये......लालू जी को ये बात नागवार तो लगी ही होगी.....जनता ने वैसे ही लालू जी को ठुकरा रखा है....ऐसे में अमिताभ का बिहार दौरा और नितीश कुमार की तारीफ... लालू को अमिताभ और आरक्षण फिल्म का विरोध करने का कारण तो दे ही देती है....खैर लालू जी समेत बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर का नाम लेकर अपनी राजनीती चमकाने वाले सभी नेता पहले सांसदों का वेतन कम करवाएं.....तब समानता की बात करें तो अच्छा लगेगा.....वरना ढोंग करने की जरूरत नही है.....जनता सब समझती है.
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bahut hi behtareen jankaaree.. kuch aise hi post maine yaha bhi padhe hai..
जवाब देंहटाएंdays.jagranjunction.com/2012/12/05/mahatma-gandhi-and-ambedkar%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%AC%E0%A4%BE-%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B5/