सन 1990 में स्थापित हुआ माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय और 1991 में पहले बैच ने प्रवेश लिया....जून 2011 में विश्वविद्यालय का 20वां बैच अपनी पढ़ाई कम्प्लीट करके MCU - PASS आउट की कतार में आ जायेगा.....सिर्फ कतार में ही नही आएगा बल्कि पत्रकारिता की दुनिया में खो भी जायेगा......क्योंकि इससे पहले के भी MCU - PASS आउट खो चुके हैं.....लेकिन इन्ही MCU - PASS OUT में से कुछ चमकेंगे भी.....क्योंकि इससे पहले के भी कुछ MCU - PASS आउट अपने कारनामें से चमक रहे हैं......देश के लगभग हर मीडिया घराने में MCU - PASS आउट काम कर रहे हैं....तो कुछ mcu की डिग्री लेकर राजनीती में अपना सिक्का जमा रहे हैं....कुछ MCU - PASS OUT -mcu से डिग्री लेकर वापस mcu में ही फिट हो गए........कुछ ने तो डिग्री लेकर मीडिया फिल्ड ही छोड़ दिया.........................................फ़िलहाल मैं माखनलाल से PASS आउट उन १० नामों की चर्चा कर रहा हु जो सर्वाधिक चर्चित हैं.....सार्थक हैं.....और सफल हैं.......
1 -संजय सलिल----- संजय माखनलाल के पहले बैच के छात्र रहे हैं......संजय सलिल दुनिया के पहले हाई डेफिनेशन न्यूज चैनल तेलगु ( आंध्रप्रदेश ) में ''साक्षी'' चैनल को लांच कराने वाली मीडिया कंसल्टेंसी '' मीडिया गुरु '' के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं.....IBN7 जिसे पहले जागरण ग्रुप के चैनल- 7 के नाम से जाना जाता था को भी लांच कराने वालों में से एक नाम संजय सलिल का भी है......इन्ही के कंसल्टेंसी मीडिया गुरु ने बांगलादेश में २४ घंटे का पहला न्यूज चैनल CSB लांच कराया..........MCU - में ये संजय कुमार के नाम से जाने जाते थे....और MCU - से निकलने के बाद संजय कुमार - संजय सलिल बन गये.......किसी जमाने में नई दिल्ली से प्रकाशित '' पब्लिक एशिया अख़बार '' में चीफ सब एडिटर के पद पर २५०० प्रति माह पर काम करने वाले सलिल आज करोडो के मालिक हैं.....सलिल देश विदेश में रेडियो-टीवी के चैनल खड़ा करवाते हैं....चैनलों के लिए स्टाफ की भर्तियाँ करते हैं............ नेम -फेम और मनी की चाहत लेकर पत्रकारिता में कैरियर बनाने का सपना देखने वालो के लिए संजय सलिल एक बेमिसाल उदाहरण हैं.......
२- श्यामलाल यादव--- श्यामलाल माखनलाल के दुसरे बैच के स्टुडेंट रहे हैं.....वर्तमान में इंडिया टुडे में विशेष संवाददाता/एसोसियेट एडिटर के पद पर काम कर रहे हैं.... 19 -25 मई 2011 के इण्डिया टुडे के अंक में भट्टा परसौल की स्टोरी को पढ़कर इनके कलम की धार को जाना जा सकता है.....
३-प्रवीन दुबे---21 मई को भोपाल में मिनाल रेजीडेंसी की खबर को पुरे देश की मीडिया ने हेड लाइन के तौर पर प्रमुखता से दिखाया था.....अगर आपने न्यूज 24 स्विच किया होगा तो प्रवीन दुबे अपने चैनल का आईडी लिए हंगामे के बीच ख़बरों को प्रस्तुत करते जरुर दिखाई दिए होंगे......प्रवीन न्यूज 24 के- एम.पी - ब्यूरो चीफ हैं.....
४-- यामिनी ठाकुर....... मशहूर टीवी सीरियल पवित्र रिश्ता में बंदू की भूमिका निभाने वाली कोई और नही माखनलाल की यामिनी ही थीं......पत्रकारिता की पढ़ाई के साथ एक्टिंग की तरफ झुकाव रखने वालों के लिए यामिनी एक आदर्श हैं.......
५- सौरव मालवीय---राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को छोड़कर झीलों के शहर भोपाल में लौटने वाले सौरव मालवीय वर्तमान में माखनलाल में प्रकाशन अधिकारी के पद पर काम कर रहे हैं.... सौरव मालवीय मिलनसार व्यक्ति हैं.....
६-स्मृति जोशी.....एमसीयु पास आउट स्मृति विश्व के पहले हिंदी पोर्टल वेब दुनिया डोट कॉम में फीचर सम्पादक हैं.....नये पत्रकारों के लिए इनका पत्रकारिता जीवन संघर्ष एक सन्देश है.....डटे रहने की सिख देती है इनकी कलम....इनका ब्लॉग है..........SMRITI .MYWEBDUNIYA .कॉम
७-- संजय द्विवेदी--- नीली कार में चलने वाले संजय द्विवेदी की उपलब्धियों की श्रिंखला इतनी लम्बी है कि माखनलाल के लालों में उन्हें अनदेखा नही किया जा सकता.......दैनिक जागरण भोपाल के सम्पादकीय पेज पर इनके लेखों के दर्शन खूब होते हैं.........कभी-कभी बहुत अच्छा भी लिख देते हैं.....फिरोजाबाद लोकसभा सीट के उपचुनाव में मुलायम की बहु डिम्पल यादव के हार जाने के बाद इन्होने '' समाजवादी नही कार्पोरेट मुलायम की हार '' शीर्षक से लेख लिखकर उस दिन दैनिक जागरण के सम्पादकीय पेज को खास बना दिया था.....उम्मीद है कि श्री संजय द्विवेदी आगे भी जागरण समेत तमाम अख़बारों के सम्पादकीय पेज को खास बनाते रहेंगे.......
८--पूर्णेंदु शुक्ला--- पूर्णेंदु शुक्ला C-VOTER में काम करते है ....अपने जूनियर्स को हमेशा सपोर्ट करने वाले पूर्णेंदु एक प्रैक्टिकल इन्सान हैं.....डेल्ही जाने पर सबसे पहले इनकी याद आती है.....पढ़ाई के दौरान और पढ़ाई के बाद नौकरी के दौरान पूर्णेंदु शुक्ला ने अपने जूनियर्स के लिए हमेशा एक बड़े भाई की-एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाई है...... पूर्णेंदु शुक्ला माखनलाल के टॉप १० लालों में से एक लाल हैं....
९---अनुराग अमिताभ मिश्र--- CNEB - भोपाल के ब्यूरो प्रमुख अनुराग अमिताभ काफी हैंडसम PERSONALITY वाले व्यक्ति हैं.... यूँ तो वे बार-बार माखनलाल आते रहते हैं.....लेकिन पहली बार जब मैंने उन्हें देखा था तो वे अपने चैनल के लिए फ़ोनों कर रहे थे.....गोविन्दाचार्य की भाजश में शामिल होने की अफवाह या खबर पर फ़ोनों चल रहा था....वो चलते-चलते फ़ोनों दे रहे थे...फिर वो लिफ्ट में आ गये... धारा प्रवाह फ़ोनों जारी था....मै भी उनके पीछे लग गया ....और सुनता रहा..... मै सोच रहा था ये तो टीवी में काम करने वाले लोगों की तरह फोन पर बात कर रहा है..ये है कौन ......मै मीडिया में नया ही था.... बहुत दिन बाद उनसे परिचय हुआ मालूम पड़ गया ...वो CNEB -के ब्यूरो चीफ हैं...अपने काम में दक्ष अनुराग अमिताभ भी अपने जूनियर्स को मदद देने में पीछे नही रहते.... वह mcu -केव्स में आकर दीवारों पर लगी कविताओं को पढ़ने तक का टाईम निकाल लेने वाले व्यक्ति हैं......कुल मिलाकर माखनलाल के दस लालों में से एक चर्चित लाल हैं....अनुराग अमिताभ.....
10 -- ये स्थान अभी ख़ाली है....नई पीढ़ी अपने सीनियर्स से भी आगे बढ़ती रही है बढ़ती रहेगी........कुछ वेटिंग लिस्ट में जरुर हैं.......मेरा मतलब अपने बैच 2008 -2010 से है .....( इस बैच में भी कुछ प्रतिभावान और अपने धुन के पक्के लोग थे....जिनमे सौरव श्रीवास्तव, आशु प्रज्ञा , आशुतोष चतुर्वेदी, अभिषेक पाण्डेय जैसे लोग हैं.......ये भी एक दिन माखनलाल के लालों में अपनी गिनती करवाएंगे..... होने को और भी लोग हो सकते हैं लेकिन इन लोगों को मैंने करीब से देखा है.........जो एक न एक दिन अपना नाम करेंगे....
सौरव श्रीवास्तव वो सख्स हैं जो अपनी पढ़ाई और एक्टिंग के शौक को साथ-साथ लेकर चले.....अलोक चटर्जी के एक्टिंग स्कूल न्यू हाईट में एडमिशन लिए....सेमेस्टर के exam में भी नो पढ़ाई ओनली एक्टिंग.....रात १०-११ बजे एक्टिंग सीखकर आते थे--- छीना झपटी करके थोडा बहुत पढ़ लिए.....सुबह 9 बजे exam हॉल में.....वो थी एक्टिंग की दीवानगी.....5 के 5 पेपर एक ढंग से दिया.....
आशु प्रज्ञा --- मै पहले से ही कहता आया हूँ पत्रकार कम नेता ज्यादा ....हालाँकि मै उनके बारे में ये बात अपनी एक टीचर से सुना था.....उनके पास जानकारी बहुत है..... बस नियत ठीक रखें.....
आशुतोष चतुर्वेदी---- एमसीयु के आशुतोष चतुर्वेदी.....के बारे में क्या कहना.....एक वक़्त था लोग इन्टर्न की व्यवस्था में जुटे थे....और आशुतोष भगवा कुर्ता में चमक बिखेर रहे थे......सुविधा की राजनीती में माहिर आशुतोष अरुण जेटली की तरह शातिर हैं......देश भक्ति भी है...कुछ करने का जज्बा है............उम्मीद है एक दिन इनकी माखनलाल के चमकते सितारों में गिनती होगी.....फ़िलहाल UP में हैं.....जल्द ही कम बैक होने की बात कर रहे हैं....
अभिषेक पाण्डेय--- पढ़ने-लिखने का शौक रखने वाले अभिषेक एक प्रोफेशनल आदमी है....नयी सडक बनाना तो नही सीखे ....लेकिन बनी बनाई सडक पर चलना खूब जानते हैं.....कब तक स्ट्रेट जाना है कब U टर्न लेना है कोई अभिषेक पाण्डेय से सीखे......खुद तो तरक्की की राह पर चलते ही है....अपने हम राहियों को भी प्रोत्साहित करने से नही चुकते........
( निवेदन है ------इस लेख को हलके में लें....इस लेख के माध्यम से न तो किसी को उठाने की कोशिश की गई है और ना ही किसीको गिराने की....और ऐसा भी नही है कि जिनका नाम इसमें नही है वे किसी से कम है.......मेरी जानकारी थोड़ी सीमित हो सकती है...लेकिन माखनलाल के पास आउट लोगों कि सफलता कि कोई सीमा नही है....मैंने माखनलाल यूनिवर्सिटी में कुछ समय बिताया है.....माखनलाल के दोस्तों-सहयोगियों-सीनियरों से मिला हूँ......टच में रहता हूँ.....इस वजह से अपना नजरिया व्यक्त कर रहा हूँ.....विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उपयोग फुर्सत से कर रहा हूँ.....जय हिंद. )
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें