किसानों के मसीहा को पुण्यतिथि पर नमन
भारतीय राजनीति में उसूलों के पाबंद और साफ सुथरी छवि वाले असल चौधरी अर्थात चौधरी चरण सिंह की आज 34वीं पुण्यतिथि है। (23 दिसम्बर 1902- 29 मई 1987)
वे भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे जिन्होंने संसद में प्रश्नों का सामना नहीं किया और करीब 6 माह तक प्रधानमंत्री रहे। हालांकि इससे पूर्व वे 2 बार उ.प्र. के मुख्यमंत्री, केंद्र सरकार में गृह मंत्री, वित्त मंत्री और उप प्रधानमंत्री भी बन चुके थे।
महात्मा गांधी ने जब सविनय अवज्ञा आंदोलन का आह्वान किया तो उन्होंने हिंडन नदी पर नमक बनाकर साथ दिया और जेल भी गये।
वो किसानों के असल नेता थे। उनकी बदौलत ही यूपी से जमींदारी प्रथा खत्म हुई और गरीबों को अधिकार मिला। उन्होंने लेखापाल पद सृजन और नाबार्ड की स्थापना करवाई। किसानों के हित में 1954 में उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण कानून को पारित कराया।
एक समय उनका कद इतना बड़ा था कि वे उ.प्र., हरियाणा या राजस्थान में अपने बल पर विधायक चुनवा सकते थे। भारत सरकार के गृहमंत्री रहते हुये इंदिरा गाँधी को गिरफ़्तार करने के आदेश दिए, हालांकि अगले ही दिन मजिस्ट्रेट ने उनकी रिहाई के आदेश दे दिए। यह काम उस दौर में कोई सोच नहीं सकता था।
PM रहते हुये वे मामूली सी एंबेसडर कार में चला करते थे। वो जहाज़ पर उड़ने के ख़िलाफ़ थे और लखनऊ ट्रेन से जाया करते थे। घर में अतिरिक्त बल्ब जलने पर डांटते थे।
कई कमज़ोरियों के बावजूद चरण सिंह भारतीय राजनीति के असली 'चौधरी' थे।,,,जो कहा करते थे कि ''देश की खुशहाली का रास्ता खेतों और खलिहानों से होकर गुजरता है।"
पुण्यतिथि पर उनको नमन
भारतीय राजनीति में उसूलों के पाबंद और साफ सुथरी छवि वाले असल चौधरी अर्थात चौधरी चरण सिंह की आज 34वीं पुण्यतिथि है। (23 दिसम्बर 1902- 29 मई 1987)
वे भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे जिन्होंने संसद में प्रश्नों का सामना नहीं किया और करीब 6 माह तक प्रधानमंत्री रहे। हालांकि इससे पूर्व वे 2 बार उ.प्र. के मुख्यमंत्री, केंद्र सरकार में गृह मंत्री, वित्त मंत्री और उप प्रधानमंत्री भी बन चुके थे।
महात्मा गांधी ने जब सविनय अवज्ञा आंदोलन का आह्वान किया तो उन्होंने हिंडन नदी पर नमक बनाकर साथ दिया और जेल भी गये।
वो किसानों के असल नेता थे। उनकी बदौलत ही यूपी से जमींदारी प्रथा खत्म हुई और गरीबों को अधिकार मिला। उन्होंने लेखापाल पद सृजन और नाबार्ड की स्थापना करवाई। किसानों के हित में 1954 में उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण कानून को पारित कराया।
एक समय उनका कद इतना बड़ा था कि वे उ.प्र., हरियाणा या राजस्थान में अपने बल पर विधायक चुनवा सकते थे। भारत सरकार के गृहमंत्री रहते हुये इंदिरा गाँधी को गिरफ़्तार करने के आदेश दिए, हालांकि अगले ही दिन मजिस्ट्रेट ने उनकी रिहाई के आदेश दे दिए। यह काम उस दौर में कोई सोच नहीं सकता था।
PM रहते हुये वे मामूली सी एंबेसडर कार में चला करते थे। वो जहाज़ पर उड़ने के ख़िलाफ़ थे और लखनऊ ट्रेन से जाया करते थे। घर में अतिरिक्त बल्ब जलने पर डांटते थे।
कई कमज़ोरियों के बावजूद चरण सिंह भारतीय राजनीति के असली 'चौधरी' थे।,,,जो कहा करते थे कि ''देश की खुशहाली का रास्ता खेतों और खलिहानों से होकर गुजरता है।"
पुण्यतिथि पर उनको नमन
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