रविवार, 7 मार्च 2010
होली खेले रघुवीरा ................
सबसे पहले तो आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाये ............ होली की शुभकामना में देरी के लिए क्षमा चाहता हु.........दरअसल लेट होने का भी एक कारन है ............चुकी में गाँव को रह्नेबाला हु और वहा नेट की व्यबस्था नहीं थी...........इस कारन लेट हो गया खेर जो भी हो..................इस बार होली पर मजा आया और आता भी क्यों नहीं ....अब रंग की जगह गुलाल से जो होली होने लगी है..............वैसे तो मैंने पिछले सैट सालों से होली नहीं खली लेकिन इस बार की होली खेलने का मजा ही कुछ और था...............कारण १० वी क्लास तक साथ रहने बाले सरे दोस्त मेरे साथ थे और जम कर मस्ती की ....दिन भर क्रिकेट खेलें .........अब पता नहीं की सभी दोस्त एक साथ एक ही जगह पर कैसे मिलेंगे ......ये दिन शायद ही भूल पायें ............खेरमें अपनी होली बताने के चक्कर में आप लोगों से पूछना भूल गया की आप की होली कैसी रही..........
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lagbhag badhiya rahee..
जवाब देंहटाएंholi me to maja aa gaya likhte rahiye ...
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