,,,ओलंपिक खेलों में हम कहां खड़े हैं?
जापान की वर्तमान आबादी करीब 13 करोड़ तो वहीं अमेरिका की 33 करोड़ के आसपास, लेकिन उनकी खेल रणनीति और तैयारियां इतनी बेहतर हैं कि टोक्यो ओलंपिक में झंडे बुलंद किये हुये हैं। अकेले चीन की आबादी भारत से ज्यादा है फिर भी वह अब तक मिले पदकों में पहले से खिसककर दूसरे स्थान पर है।
बताते चलें कि टोक्यो ओलंपिक में दुनियाभर के 11,238 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं जिसमें भारत के 127 खिलाड़ी भी शामिल हैं। कोरोना काल में हो रहे इस महाकुंभ में 33 खेल स्पर्धाएं शामिल हैं, जिसमें भारत मात्र 18 खेलों में ही हिस्सा लिया है। शेष 15 स्पर्धाओं में हम क्वालीफाई भी न कर सके या बेहतर खिलाड़ी नहीं मिले। यह हमारी खोखली तैयारी और लचर रणनीति का नमूना है।
अभी तक जापान 13 स्वर्ण और कुल 22 पदकों के साथ प्रथम, चीन 12 स्वर्ण कुल 27 पदक के साथ दूसरे, अमेरिका 11 स्वर्ण और 31 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर है। वहीं भाग लेने वाले 206 देशों में दूसरी जनसंख्या वाला मुल्क भारत 43वें स्थान पर है। मीराबाई चानू ने रजत पदक जीतकर लाज तो बचा ली। मगर हमारी भूख तो स्वर्ण पदक और पदकों की बारिश से ही मिटेगी। जब देश का झण्डा बुलंदियों पर फहराएगा।
...हमें बेसब्री से इंतजार है।
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